भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं एवं पड़ोसी देश | भारत के द्वीप समूह | भारत के द्वीप समूह Important Notes in Hindi
भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं एवं पड़ोसी देश
भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं एवं पड़ोसी देश Important Notes : भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं एवं पड़ोसी देश सम्बंधित Important Notes यहां दिए गए हैं जोकि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।
भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाएं एवं पड़ोसी देश Important Notes
- भारत की कुल 15200 कि०मी० सीमा रेखा 92 जिलों और 17 राज्यों से होकर गुजरती है।
- भारत की तटीय सीमा 7516 कि०मी० है जोकि 9 राज्यों और 4 केन्द्र शासित प्रदेशों को स्पर्श करती है। केवल प्रायद्वीप भारत की तटीय सीमा रेखा 6100 कि०मी० है।
- भारत के मात्र 5 राज्य ऐसे है जो किसी भी अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा और तट रेखा को स्पर्श नहीं करते हैं –
- हरियाणा
- मध्य प्रदेश
- झारखण्ड
- छत्तीसगढ़
- तेलंगाना
- भारतीय राज्यों में गुजरात की तट रेखा सर्वाधिक लंबी है। इसके बाद आंध्र प्रदेश की तट रेखा है।
- त्रिपुरा तीन तरफ से बांग्लादेश से घिरा राज्य है।
- भारत के 7 पड़ोसी देश भारत की थल सीमा को स्पर्श करते हैं –
- पाकिस्तान
- चीन
- नेपाल
- बांग्लादेश
- भूटान
- म्यांमार
- अफगानिस्तान
- भारत की सबसे लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा बांग्लादेश के साथ लगती है।
- भारत सबसे छोटी अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा अफगानिस्तान के साथ साझा करता है जोकि केवल 106 कि०मी० है।
- भारत के 2 पड़ोसी देश जो भारत की तटीय सीमा के साथ जुड़े हुए है।
- श्रीलंका
- मालद्वीप
- ऐसे देश जो थल एवं जल दोनों सीमा बनाते है।
- पाकिस्तान
- बांग्लादेश
- म्यांमार
- पाकिस्तान के साथ भारत के 3 राज्य एवं 2 केन्द्र शासित प्रदेश सीमा साझा करते हैं –
- राज्य
- पंजाब
- राजस्थान
- गुजरात
- केन्द्र शासित प्रदेश
- जम्मू कश्मीर
- लेह
- जम्मू कश्मीर
- राज्य
- चीन के साथ भारत के 4 राज्य एवं 2 केन्द्र शासित प्रदेश सीमा साझा करते हैं –
- राज्य
- हिमाचल प्रदेश
- उत्तराखण्ड
- सिक्किम
- अरुणाचल प्रदेश
- केन्द्र शासित प्रदेश
- लेह
- राज्य
- नेपाल के साथ भारत के 5 राज्य सीमा साझा करते हैं –
- उत्तराखण्ड
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
- सिक्किम
- पश्चिम बंगाल
- भूटान के साथ भारत के 4 राज्य सीमा साझा करते हैं –
- पश्चिम बंगाल
- सिक्किम
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- म्यांमार के साथ भारत के 4 राज्य सीमा साझा करते हैं –
- अरुणाचल प्रदेश
- नागालैण्ड
- मणिपुर
- मिजोरम
- अफगानिस्तान के साथ भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश सीमा बनाता है – (केवल 80 कि० मी०)
- लद्दाख
- पाक जलडमरूमध्य और मन्नार की खाड़ी श्रीलंका को भारत से अलग करती है। पाक जलडमरूमध्य को पाक जल संधि के नाम से भी जाना जाता है।
- मैकमोहन रेखा भारत और चीन के बीच में स्थित है। यह रेखा 1914 में शिमला समझौते में निर्धारित की गयी थी।
- 12 नवंबर, 1893 में सर हेनरी मोर्टिमर डूरण्ड और तत्कालीन अफगान शासक अमीर अब्दुर रहमान के बीच समझौते के द्वारा भारत और अफगानिस्तान के बीच में डूरण्ड रेखा स्थापित की गई थी जोकि अब अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान के मध्य स्थित है।
- भारत और पाकिस्तान के बीच रेडक्लिफ रेखा है। रेडक्लिफ रेखा का निर्धारण 15 अगस्त, 1947 को सर सिरिल रैडक्लिफ़ की अध्यक्षता में सीमा आयोग द्वारा किया गया था।
भारत के द्वीप समूह
भारत के द्वीप समूह Important Notes in Hindi : भारत के द्वीप समूहों से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य ( Notes in Hindi) यहाँ दिए गए हैं जोकि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बार-बार पूछे जाते हैं।
भारत के द्वीप समूह Important Notes in Hindi
भारत के द्वीप समूह
- भारत के पास कुल 1208 द्वीप समूह हैं। ये संख्या सभी छोटे-छोटे द्वीपों को मिलाकर है।
- अंडमान निकोबार द्वीप समूह सबसे बड़ा द्वीप समूह है।
- लक्षद्वीप सबसे छोटा द्वीप समूह है।
अंडमान निकोबार
- बर्मा (म्यांमार) में हिमालय पर्वत को अराकान योमा पर्वत कहा जाता है, इसे रखाइन पर्वतमाला भी कहते हैं तथा इसका फैलाव उत्तर से दक्षिण की ओर है। यही पर्वत श्रृंखला आगे बंगाल की खाड़ी में समुद्र के नीचे से ऊपर उठती है जिसे अंडमान निकोबार द्वीप समूह कहा जाता है।
- अंडमान निकोबार एक केन्द्र शासित प्रदेश है।
- अंडमान निकोबार द्वीप की राजधानी “पोर्ट ब्लेयर” है।
- कुल द्वीपों की संख्या 572 है। सभी छोटे-छोटे द्वीप मिलाकर।
- गिनने लायक द्वीप 349 हैं।
- अंडमान निकोबार द्वीप समूह चार भागों में बंटा हुआ है –
- उत्तर अंडमान
- अंडमान निकोबार द्वीपसमूह का सबसे उच्चतम बिन्दु “सैडल पीक” यहीं पर है जिसकी ऊंचाई 732 मीटर है।
- मध्य अंडमान
- पूरे द्वीपसमूह का सबसे बड़ा भाग यही है।
- दक्षिण अंडमान
- अंडमान निकोबार द्वीप की राजधानी “पोर्ट ब्लेयर” यही पर स्थित है ।
- लिटिल अंडमान
- दक्षिण अंडमान तथा लिटिल अंडमान के बीच के भाग को “डंकन पैसेज” कहा जाता है।
- उत्तर अंडमान
- अंडमान द्वीपसमूह के पास (ऊपर की तरफ) ग्रेट कोको द्वीप एवं लिटिल कोको द्वीप है। इन दोनों पर ही म्यांमार का अधिकार है।
- उत्तरी अंडमान द्वीप के पास ही नारकोंडम द्वीप (नर्कोन्दम द्वीप) एवं बैरन द्वीप स्थित है यो दोनो ही द्वीप भारत के अधिकार में है। इन दोनों ही द्वीपों पर ज्वालामुखी स्थित हैं। बैरन द्वीप पर स्थित ज्वालामुखी अभी सक्रीय हैं।
निकोबार द्वीप समूह
लिटिल अंडमान के नीचे “10° चैनल” पड़ता है और उसके बाद निकोबर द्वीप समूह शुरू हो जाता है
- निकोबार द्वीप समूह तीन भागो में बटा है।
- कार निकोबार
- लिटिल निकोबार (बीच में)
- ग्रेट निकोबार
- निकोबार द्वीप समूह का सबसे दक्षिणी बिन्दू जोकि भारत का भी दक्षिणी बिन्दू है ग्रेट निकोबार पर पड़ता है। इसे “इन्द्रा पॉइंट” या “पिग मेलियन पॉइंट” के नाम से जाना जाता है।
लक्षद्वीप द्वीपसमूह
- लक्षद्वीप समूह अरब सागर में है।
- लक्षद्वीप एक केन्द्र शासित प्रदेश है। सबसे छोटा केन्द्र शासित प्रदेश है। क्षेत्रफल मात्र 32 वर्ग कि०मी० है।
- लक्षद्वीप की राजधानी “कवरत्ती” है।
- लक्षद्वीप द्वीपसमूह का सबसे दक्षिणी द्वीप मिनिकॉय द्वीप है। इसका क्षेत्रफल 4.83 वर्ग कि०मी० है।
- लक्षद्वीप समूह का सबसे बड़ा द्वीप अन्ड्रोट द्वीप सबसे बड़ा द्वीप है। जिसका क्षेत्रफल 4.98 वर्ग कि०मी० है।
अन्य महत्वपूर्ण द्वीप
- न्यू मूर द्वीप एवं गंगा सागर द्वीप बंगाल की खाड़ी में हुगली नदी के तट के पास हैं।
- उड़ीसा के तट पर व्हीलर द्वीप या अब्दुल कलाम द्वीप है जोकि ब्राह्मणी नदी के मुहाने पर बनता है। यहां से मिसाइल का परीक्षण किया जाता है।
- आंध्र प्रदेश के तट पर श्रीहरिकोटा द्वीप है। यहां पर सतीश धवन स्पेस रिसर्च सेंटर स्थित है। सतीश धवन 2002 में इसरो के अध्यक्ष रहे थे।
- पम्बन द्वीप या रामेश्वरम द्वीप तमिलनाडु के तट पर है। रामेश्वरम मंदिर यही पर है।
- पम्बन द्वीप के सबसे दक्षिणी भाग को धनुषकोडी कहा जाता है। इसके बाद राम सेतु शुरू हो जाता है।
- श्रीलंका एवं भारत के बीच में मन्नार की खाड़ी है।
- गुजरात में नर्मदा नदी के मुहाने पर खंभात की खाड़ी में आलिया बेट द्वीप है। एलीफेंटा की गुफाएं इसी द्वीप में स्थित हैं।
Leave a Comment